April 19, 2024
Lipi kise kahate hain

लिपि किसे कहते हैं? लिपि के प्रकार, परिभाषा और उदाहरण

लिपि किसे कहते हैं? आज यहाँ पर हम आपको लिपि किसे कहते हैं, इसके बारेमे सिखाने वाले हैं. अगर आप नहीं जानते की लिपि किसे कहते हैं, लिपि का महत्त्व क्या हैं और लिपि कितने प्रकार की होती हैं, तो यह article आपके लिए काफी मददरूप होगा.

हम यहाँ पर हिंदी व्याकरण और इंग्लिश व्याकरण से सम्बंधित articles पब्लिश करते रहते हैं, तो यदि आप भी हिंदी व्याकरण सिख रहे हैं तो आप हमसे जुड़ सकते हैं. इस article को पढने के बाद आपको लिपि के बारेमे सब कुछ पता चल जायेगा. हम यहाँ पर आपको लिपि के उदाहरण भी बताएँगे ताकि आप और भी सरल तरीके से समज सके और सिख सके.

Lipi kise kahate hain
Lipi kise kahate hain

चलिए शुरू करते हैं और सबसे पहले लिपि किसे कहते हैं (Lipi kise kahate hain), यह जानते हैं.

लिपि किसे कहते हैं?

लिपि की परिभाषा: किसी भी भाषा को लिखने के लिए जिन चिन्हों का प्रयोग किया जाता हैं, उन्हें लिपि कहते हैं.

जब हम आपस में बात करते हैं या फिर जब किसी भाषा को बोलते हैं, तो हमारे मुह से कुछ ध्वनिया निकलती हैं, तो उन्ही ध्वनियो को लिखते समय हम कुछ चिन्हों का उपयग करते हैं, जिसे हम लिपि के नाम से जानते हैं. आप जो बोलते हैं, उसे अगर आपको लिखना हो तो आप कैसे लिखोगे? आप उसे लिपि से लिखोगे.

लिपि हमें किसी भी भाषा की ध्वनियो को लिखने का ढंग बताता हैं. हम बोलते समय भाषा के जिन शब्दों का उपयोग करते हैं उन शब्दों को लिखित रूप प्रदान करने के लिए लिपि का उपयोग किया जाता हैं.

जैसे की हिंदी एक भाषा हैं और उस भाषा को लिखने के लिए हम देवनागरी लिपि का उपयोग करते हैं. आप जो यह article पढ़ रहे हैं, वो देवनागरी लिपि में लिखा गया हैं. जैसे की “किशन”, “क” यह सब एक तरह के चिन्ह हैं. हम इन अक्षरो का चित्र ही बनाते हैं. ठीक उसी तरह English भाषा की लिपि Roman Lipi हैं. गुजराती भाषा की लिपि गुजराती हैं.

दुनिया में जीतनी भी भाषा हैं, उन सभी की एक अलग लिपि होती हैं. वह भाषा लिखित स्वरुप में कैसी लगती हैं यह हम लिपि के माध्यम से पता कर सकते हैं.

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तो अब आपको लिपि किसे कहते हैं इसके बारेमे जानकारी मिल चुकी होगी. चलिए अब हम लिपि का महत्त्व समजते हैं.

लिपि का महत्त्व

इस दुनिया में हर एक इन्सान अपने भाव को प्रगट करने के लिए, अपने विचारो को दुसरे लोगो को कहने के लिए, भाषा का उपयोग करता हैं. हम भाषा को बोलते हैं और बोलने के लिए हम अपने मुह से कुछ ध्वनि निकालते हैं, जिसे सामने वाला सुनता हैं और आपकी बात को समजता हैं. ध्वनिया बोलने के कुछ क्षणों के बाद नहीं रहती हैं, वो अद्रश्य हो जाती हैं. आपने बोला और सामने वाले ने सुना, बस.

पर यदि मान लो की आपको अपनी बात को अपने से बहोत दूर बेठे किसी व्यक्ति को कहना हो तो आप कैसे कहोगे. अभी के जमाने में तो आप कह सकते हो, पर पहले के जमाने में तो ऐसी कोई सुविधा नहीं थी. जब संसार में भाषा से बातचीत करने की शुरुआत हुए, तब की बात हैं. तबसे लोगो ने अपने विचारो को लिखित स्वरुप में लिखना शुरू कर दिया. कुछ चिन्हों का उपयोग करके वे अपनी बात को लिखने लगे. तो जब उन्हें किसी दूर के व्यक्ति को कुछ कहना होता था तो वे अपनी बात को लिखकर उन तक पंहुचा देते थे.

समय के साथ-साथ, लिपि का उपयोग ग्रन्थ लेखन में होने लगा. और इसी तरह लिपि का इतिहास चलता रहा. लिपि के माध्यम से हम अपनी विचारो को लिख सकते हैं. लिपि का महत्त्व बहोत हैं.

तो अब आपको हमारे जीवन में लिपि का क्या महत्त्व हैं यह समज में आ चूका होगा. अब हम आपको लिपि के प्रकार (Types of Lipi in Hindi), मतलब की लिपि के कितने भेद होते हैं उसके बारेमे बताते हैं.

लिपि के प्रकार कितने होते हैं?

दुनिया में बहोत सारी भाषाए हैं और हर एक भाषा के लिए अलग लिपि हैं. लिपि के मुख्य रूप से 3 प्रकार हैं. निचे आपको लिपि के भेद के बारेमे जानकारी दी गयी हैं.

  1. चित्र लिपि
  2. अल्फाबेटिक लिपि
  3. अल्फासिलेबिक लिपि

तो यह लिपि के तिन प्रकार हैं. अब हम इन लिपि के प्रकार के बारेमे विस्तार से जानेंगे.

1. चित्र लिपि

हम अपने भाव को व्यक्त करने के लिए जिन चित्रों का प्रयोग करते हैं, वो चित्र लिपि के अंतर्गत आते हैं. अपने विचारो को चित्रों को मध्यम से प्रस्तुत करने के लिए चित्र लिपि का प्रयोग होता हैं.

चित्र लिपि के प्रकार

चित्र लिपि के भी तिन प्रकार हैं, जोकि निम्नलिखित हैं.

  1. चीनी लिपि: चीनी
  2. प्राचीन मिस्त्री लिपी: प्राचीन मिस्त्री
  3. कांजी लिपि: जापानी

2. अल्फाबेटिक लिपि

जिन लिपि में हम व्यंजन के बाद स्वर का पूरा रूप लिखते हैं, उन्हें अल्फाबेटिक लिपि कहते हैं.

अल्फाबेटिक लिपि के प्रकार

  • अरबी लिपि: अरबी, कश्मीरी, फ़ारसी, उर्दू
  • रोमन लिपि: पश्चिम यूरोप की सभी भाषाएं, अंग्रेजी, जर्मन, फ्रेंच
  • यूनानी लिपि: गणित के चिन्ह और यूनानी भाषा
  • इब्रानी लिपि: इब्रानी
  • सिरिलिक लिपि: सोवियत संघ यानी की रूस की सभी भाषाएं, रूसी

3. अल्फासिलेबिक लिपि

इस लिपि में अगर इसकी हर एक इकाई में एक या एक से ज्यादा व्यंजन होते हैं तो उस पर स्वर की मात्र का चिन्ह लगाया जाता हैं. और अगर एक भी व्यंजन नहीं होता हैं तो उस पर स्वर का चिन्ह लगा दिया जाता हैं.

  • अल्फासिलेबिक लिपि के प्रकार
  • द्रविड़ लिपि- तमिल, कोलंबो, मलयालम, कन्नड़ भाषा 
  • शारदा लिपि- पंजाबी, कश्मीरी, तिब्बती, भाषा
  • देवनागरी लिपि: संस्कृत, नेपाली, मराठी
  • गुजराती लिपि: गुजराती
  • मंगोलियन लिपि

तो अब आपको लिपि कितने प्रकार की होती हैं, यह समज में आ गया होगा.

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निचे आपको ध्वनी और लिपि में क्या अंतर हैं, उसके बारेमे बताया गया हैं.

ध्वनी और लिपि में अंतर क्या हैं?

  • ध्वनी स्थायी नहीं होती हैं, कुछ क्षणों के अन्दर ही उसका अस्तित्व ख़त्म हो जाता हैं. पर लिपि स्थायी होती हैं.
  • ध्वनी के माध्यम से हम अपने पास के लोगो को ही अपनी बात कह सकते हैं, पर लिपि के मध्यम से हम अपने पास बेठे लोगो के साथ-साथ किसी दूर स्थान पर बेठे व्यक्ति से भी बात कर सकते हैं.
  • वाणी से उत्पन होने वाले को हम ध्वनी कहते हैं और और उन्ही ध्वनी को लिखने के लिए हम जिन चिन्हों का उपयोग करते हैं, उसे लिपि कहते हैं.

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ब्रेल लिपि किसे कहते हैं?

नेत्रहीन लोग लिखने और पढ़ने के लिए जिन लिपि का प्रयोग करते हैं उसे ब्रेल लिपि कहते हैं. इस लिपि का मुख्य उद्देश्य नेत्रहीन लोग पढ़ सके और लिख सके, यह हैं.

4 जनवरी 1809 ई को फ्रांस में जन्मे लुइस ब्रेल का 8 साल की उम्र में एक एक्सीडेंट हो जाता हैं. उस एक्सीडेंट के चलते उन्होंने अपने आँखों की रोशनी गवा दी. उसके बाद उन्होंने एक ऐसी लिपि की खोज की जो नेत्रहीन लोगो को लिखने और पढ़ने में मदद कर सके. जिसे आज हम ब्रेल लिपि कहते हैं वो लुइस ब्रेल की ही देन हैं.

ब्रेल लिपि में कुल 64 अक्षर होते हैं. यह लिपि 6 dots और उभरे हुए बिंदु के ऊपर आधारित हैं. प्रत्येक आयताकार सेल  में 6 उभरे हुए बिंदु 2 पंक्तियों में दिए गए होते हैं. आपको बता दे की इस लिपि में जो dots होते हैं उनकी ऊँचाई 0.02 इंच होती हैं.

अब तक हमें, लिपि किसे कहते हैं, लिपि की परिभाषा क्या हैं, लिपि कितने प्रकार की होती हैं, कितने भेद होते हैं, और इसका महत्व क्या हैं, इनके बारेमे सिखा हैं. हमने ब्रेल लिपि किसे कहते हैं इसके बारेमे भी सिखा.

Conclusion:

यह article पढ़ने के बाद आपको लिपि किसे कहते हैं और लिपि की व्याख्या क्या हैं, इससे सम्बंधित कोई सवाल नहीं रहा होगा. हमने ब्रेल लिपि की परिभाषा, लिपि के उदहारण के साथ आपको लिपि के भेद के बारेमे पुरि तरह से समजाया हैं. फिर भी अगर आपको कोई बात समज में नहीं आई हो तो आप हमें comment करके बता सकते हैं.

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